लगता तो बेख़बर सा हूँ
लेकिन ख़बर में हूँ
तेरी नज़र में हूँ तो मैं
सबकी नज़र में हूँ
इस पंक्ति में गहरी प्रेरणा छुपी है। यह हमें याद दिलाती है कि भले ही हम शांत और असंवेदनशील दिखें, मगर हम अपने लक्ष्य के प्रति सजग और जागरूक हैं। जब किसी प्रिय व्यक्ति की नज़रों में हम खास होते हैं, तो एक आत्म-विश्वास मिलता है जो हमें दुनिया की नज़रों में भी प्रमुख बना देता है।
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